मुझे शिकायत नहीं है...
आज वक्त का लगभग 28 साल बीतने को है। कभी कभी जब पीछे मुड़कर देखते हैं तो लगता है कि ज़िंदगी की गाड़ी में सवार होकर ना जाने कितनी दूर निकल आए हैं। बहुत सारे लोग, जानें अनजाने चेहरे कई बार मेरी नजरों के सामने घूमने लगते हैं। सच कहूं तो ज़िंदगी के जिस सफ़र में हम हैं या जिस किसी भी सफ़र में रहेगें, हम कभी उन सबको नहीं भूल सकते जिन्होंने मुझे यहां तक आने में अपना एक एक कीमती योगदान दिया है। चाहे वो मेरी राहों में काटें बिछाकर हो या उसे हटाकर। ज़िंदगी के कई उतार चढ़ाव को आते जाते देखा है हमनें। सच कहें तो एक दोस्त ने कहा था कि हम बहुत ही ज़िद्दी इंसान हैं, एक अजीब सी धुन है मुझे ज़िंदगी को लेकर। उसकी बात आजतक हमारे कानों में गूंजती है। हम मानते हैं कि हम आवारा है लेकिन लापरवाह नहीं है, ना कभी हो सकतें हैं। हमें आजतक ऐसा कोई वक्त नहीं मिला जिस पर घमंड किया जाए, ना ही ऐसा कोई वक्त जिसको लेकर अफ़सोस किया जाए। ज़िंदगी को बड़ी ही संजीदगी के साथ जीना आता है हमें। हम बस ज़िंदगी को जीना चाहते हैं सीखना चाहते हैं। हमें कभी किसी से शिकायत नहीं हुई कि उसने मेरा साथ नहीं दिया या वो मेरी सहायता कर सकता