बकलोल हो तुम !!!

सुनो तुम बकलोल हो इसी लिए तुम कोई फ़ैसला लेने से नहीं डरते हो, नहीं तो यहां कौन ऐसा है जो ज़िंदगी के बड़े बड़े फैसले लेने से पहले नहीं सोचता है। तुम हमेशा गलत समय पर सही फैसले ले लेते हो, इतना सुनना था कि हमें हसी आ गई। उसने हमें हंसाने के लिए ये बोला तो था लेकिन ना जाने क्यों उसकी बातों में सच्चाई छिपी हुई थी। उसके बात ख़त्म करने के बाद हमें लगा क्यों ना एक बार उसकी बातों पर गौर किया जाए, एक बार फिर खुद के द्वारा लिए जाने वाले फैसले पर विचार किया जाए, फिर क्या हम चल दिए वापस उसी ज़िंदगी की यादों में जहां ऐसे कई फैसले थे जिसने हमें बनाया भी था और कहीं न कहीं लोगों के जहन में ज़िंदा रहने वाले शख्स की अहमियत भी दिलाई थी। हमें याद है कैसे बस एक पल में ज़िंदगी बदल गई थी मेरी, लगा ही नहीं हमें कि जितनी दूर सफ़र करके आज यहां आए हैं अगर सोचते तो शायद ही आ पाते। चाहे वो कि सी दिन अपनी परिवार के नियमों के खिलाफ़ जाना हुआ या अपने आस पास के लोगों के द्वारा किए जाने वाले व्यवहार के खिलाफ़ जाना हुआ। किसी को हमनें कहते सुना था सेना बॉर्डर पर तैनात रहती है और सामने से गोली आने वाली हो और ये सोचन...