बकलोल हो तुम !!!


सुनो तुम बकलोल हो इसी लिए तुम कोई फ़ैसला लेने से नहीं डरते हो, नहीं तो यहां कौन ऐसा है जो ज़िंदगी के बड़े बड़े फैसले लेने से पहले नहीं सोचता है। तुम हमेशा गलत समय पर सही फैसले ले लेते हो, इतना सुनना था कि हमें हसी आ गई। उसने हमें हंसाने के लिए ये बोला तो था लेकिन ना जाने क्यों उसकी बातों में सच्चाई छिपी हुई थी। उसके बात ख़त्म करने के बाद हमें लगा क्यों ना एक बार उसकी बातों पर गौर किया जाए, एक बार फिर खुद के द्वारा लिए जाने वाले फैसले पर विचार किया जाए, फिर क्या हम चल दिए वापस उसी ज़िंदगी की यादों में जहां ऐसे कई फैसले थे जिसने हमें बनाया भी था और कहीं न कहीं लोगों के जहन में ज़िंदा रहने वाले शख्स की अहमियत भी दिलाई थी। हमें याद है कैसे बस एक पल में ज़िंदगी बदल गई थी मेरी, लगा ही नहीं हमें कि जितनी दूर सफ़र करके आज यहां आए हैं अगर सोचते तो शायद ही आ पाते। चाहे वो किसी दिन अपनी परिवार के नियमों के खिलाफ़ जाना हुआ या अपने आस पास के लोगों के द्वारा किए जाने वाले व्यवहार के खिलाफ़ जाना हुआ। किसी को हमनें कहते सुना था सेना बॉर्डर पर तैनात रहती है और सामने से गोली आने वाली हो और ये सोचने लगे कि अगर हमनें गोली चलाई तो क्या होगा अगर नहीं चलाई तो क्या होगा, और पता चला कि इतना सोचते हुए सामने से आ रही गोली आपके सीने से पार चली गई!! हहाहा फिर शायद आप सोचने के लिए नहीं रहेगें 😀😀।



हालाकि ऐसे फैसले लेने के बाद आपको कई बार नुक़सान भी हो सकता है लेकिन हो सकता आप ज़िंदा रहे और किसी दुसरे के लिए प्रेणा बन सके। हमारे साथ भी कुछ ऐसा ही है, हमारे कई फैसले से हमें कई बार भारी नुक़सान भी उठाना पड़ा है, लेकिन कभी अपने लिए फैसलों पर अफ़सोस नहीं हुआ और आज की ज़िंदगी में हमनें जीने का एक अपना नियम लागू कर रखा है। अपने तरीक़े से ज़िंदगी को जीते हैं, ना तो हमें हारने का डर है ना जीतने की कोई ख्वाहिश, हमनें जीना सीख लिया है खुश होकर जीना इतनी ही चाहत है कि जब कभी तुम किसी से मिलो तो उसे हमारे जैसा बनने को बोलना, बोलना कि अगर तुम्हें ज़िंदगी में कुछ हासिल करना हो तो बकलोल बनकर ही हासिल कर सकते हो, क्योंकि जब तुम्हें दुनियां बकलोल समझेगी तो तुम्हारे रास्ते में कोई नहीं आएगा केवल वही परेशानियां आयेंगी जो तुम्हें ज़िंदगी में जीना है। तुमसे ये सब बातें करते हुए हम ही कई बार सोच में पड़ जाते कितना अजीब होता है ऐसा होना, कितना अजीब है लोगों को समझा पाना कि तुम उनसे अलग नहीं हो बस तुम किसी भी रास्ते पर पांव रखने से पहले आने वाली परेशानियों से डरते नहीं हो, कैसे समझाओगे तुम उन्हें कि तुम्हें ज़िंदगी आगे बढ़ने के लिए केवल पहाड़ों पर चढ़ना नहीं होता है किसी एक रास्ते पर पैदल लंबी दूरी तय करना भी ज़िंदगी का अपना मज़ा है। नहीं समझा सकते हो ना जानता हूं इसी लिए कहता हूं छोड़ो दुनियां को समझाना तुम्हारी ज़िंदगी है उसे जियो, लेकिन कभी किसी बात का अफ़सोस मत करना, क्योंकि हर किसी कि ज़िंदगी में "कुछ और काश" हमेशा बाकी रह जाता है। खैर जाने दो हो तो तुम बकलोल ही ना इसी लिए कोई फ़ैसला लेने से नहीं डरते हो।

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